improve education & facilities of government school

सरकारी स्कूलों में भी चाहिए श्रेष्ठ शिक्षा – हर बच्चे को समान अधिकार

नमस्कार साथियों,
जय हिंद, जय भारत।

आज मैं आप सभी के सामने एक ऐसे मुद्दे को लेकर खड़ा हूँ, जो सिर्फ बच्चों से जुड़ा नहीं, बल्कि हमारे देश के भविष्य से जुड़ा है — और वह है:
सरकारी स्कूलों की शिक्षा और सुविधाओं का स्तर।

आज की सच्चाई क्या है?

  • हमारे देश में करोड़ों बच्चे सरकारी स्कूलों में पढ़ते हैं, लेकिन उनकी शिक्षा की स्थिति बहुत ही खराब है।
  • सरकारी स्कूलों के शिक्षक स्थायी (permanent) होते हैं, और कई बार वे अपने कर्तव्यों के प्रति गंभीर नहीं होते।
  • उन्हें पता है कि सरकार की नौकरी है, कोई जवाबदेही नहीं है, कोई दबाव नहीं है।
  • दूसरी ओर, प्राइवेट स्कूलों में शिक्षक मेहनत करते हैं, बच्चों की परवाह करते हैं, रिजल्ट की ज़िम्मेदारी लेते हैं — क्योंकि वहाँ प्रणाली जवाबदेह है।

क्या यह न्याय है?

  • क्या गरीब का बच्चा अच्छी शिक्षा पाने का हकदार नहीं है?
  • क्या सिर्फ इसलिए कि उसका माता-पिता सरकारी स्कूल में पढ़ा रहे हैं, वह पिछड़ जाए?
  • क्या सरकारी स्कूल के शिक्षक को सिर्फ वेतन लेने की आज़ादी हो और ज़िम्मेदारी न हो?

हमारी पार्टी – Rashtriya Samrat Sena – की स्पष्ट माँग:

  1. सरकारी स्कूलों की शिक्षा प्रणाली में बड़ा सुधार हो।
  2. हर शिक्षक की जवाबदेही तय हो — शिक्षा परिणाम, उपस्थिति और बच्चों की प्रगति के आधार पर।
  3. सरकारी स्कूलों में भी स्मार्ट क्लास, कंप्यूटर, लाइब्रेरी, शुद्ध पानी, साफ शौचालय जैसी सुविधाएं अनिवार्य हों।
  4. सरकारी स्कूलों की निगरानी के लिए एक स्वतंत्र संस्था बने, जो गुणवत्ता और शिक्षकों के प्रदर्शन की नियमित रिपोर्ट तैयार करे।
  5. प्राइवेट स्कूलों की तर्ज़ पर सरकारी स्कूलों में भी शिक्षकों की ट्रेनिंग, मूल्यांकन और पुरस्कार/दंड की नीति लागू हो।

हमारा संकल्प:

Rashtriya Samrat Sena Party यह संकल्प लेती है कि:

  • हम सरकारी स्कूलों की हालत बदलेंगे।
  • गरीब के बच्चे को भी वही शिक्षा मिलेगी जो अमीर के बच्चे को मिलती है।
  • हम ऐसे स्कूल बनाएँगे जिनमें बच्चे गर्व से जाएँ, और माता-पिता को उम्मीद हो।
  • शिक्षा का अधिकार सिर्फ कागज़ पर नहीं, ज़मीन पर दिखाई देगा।

निष्कर्ष:

साथियों,
अगर देश को आगे बढ़ाना है, तो हर बच्चे को समान शिक्षा देनी होगी।
सरकारी शिक्षक को भी उतनी ही ज़िम्मेदारी से पढ़ाना होगा, जितनी प्राइवेट शिक्षक निभाते हैं।

अब वक्त आ गया है —
“सरकारी स्कूल भी बनें गुणवत्ता का केंद्र,
हर शिक्षक बने प्रेरणा का चेहरा।”

Rashtriya Samrat Sena पार्टी का सपना है —
एक ऐसा भारत जहाँ शिक्षा अमीर-गरीब के बीच फर्क न करे,
जहाँ हर स्कूल हो ज्ञान का मंदिर।

धन्यवाद।
जय शिक्षा, जय भारत।
जय Rashtriya Samrat Sena!

call now